मजदूर दिवस पर देश के हर मजदूर को मेरा प्रणाम-रवि चौहान

 मजदूर दिवस पर देश के हर मजदूर को मेरा प्रणाम रवि चौहान



आज मजदूर दिवस पर जनाब मुनव्वर राना की लाइन याद आती हैं,
सो जाते हैं फुटपाथ पे अखबार बिछाकर,
मजदूर कभी नींद की गोली नही खाते।
जब संसार में धूप पड़ रही होती है तो हर इंसान अपने  घरों में, ऑफिस में, पार्क में अपना समय व्यतीत करता है। मगर हमारे देश का मजदूर किसान कड़ी धूप में अपने खेतों में परिश्रम कर रहा होता है ।मेहनत करता है वो तो धूप ,आंधी ,तूफान कुछ नही देखता बस मेहनत करता है और उसी मेहनत का खाता है। इसिक
इसी को हम अन्नदाता कहते हैं। अगर हमारे देश मे मजदूर काम न करे तो एक दिन हालात वद से वदत्तर हो जाएंगे।
 जब मजदूर मेहनत करता है, खेतों में ,फैक्टरियों में काम करता है और अपनी मेहनत का दाम पाता है तब उसके चहेरे पे जो चमक होती है ,खुशी होती है वही वास्तविक खुशी ।है 
काम करते करते उनके हांथो में फफोले तक पड़ जाते है तो कही जाकर उनको उनकी मेहनत का फल मिलता है ।


  आज मजदूर दिवस पर देश के हर मजदूर को मेरा प्रणाम👏👏