तमंचे के बल पर दिव्यांग विधवा महिला और उसकी नाबालिक बच्ची के साथ तीन दिन तक सामूहिक दुष्कर्म,अभी तक नहीं हुई एफ आर दर्ज|

तमंचे के बल पर दिव्यांग विधवा महिला और उसकी नाबालिक बच्ची के साथ तीन दिन तक सामूहिक दुष्कर्म*


 बदायूँ /फैजगंज बेहटा - यूपी के बदायूं में एक बार फिर दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। दिव्यांग विधवा महिला और उसकी 14 वर्षीय नाबालिक बच्ची के साथ तमंचे के बल पर तीन दिन तक लगातार सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। पीड़िता ने पुलिस को तहरीर दी है जिसमें हिस्ट्रीशीटर सहित तीन लोगों को नामजद किया है। घटना को एक माह से अधिक हो जाने के बावजूद भी पुलिस ने अभी एफ आई आर दर्ज नहीं की है। पीड़िता का आरोप है राजनैतिक दबाव व दबंगों से पुलिस की मिलीभगत के चलते महिला व उसकी बच्ची को न्याय नहीं मिल सका है।


पूरा मामला थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के एक गांव का है। गांव निवासी दिव्यांग विधवा महिला ने थाना पुलिस को तहरीर दी है। जिसमें गांव के ही तीन लोगों पर तमंचे के बल पर तीन दिन तक लगातार महिला और उसकी बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पीड़िता द्वारा थाना पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है घटना से पहले पीड़ित महिला अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए गांव में प्रधान के घर पर बर्तन झाड़ू पोछा का काम करती थी। महिला ने आरोप लगाया है प्रधान पति के भाई की नियत ठीक नहीं थी और उसने महिला को गलत नियत से दबोच लिया था जिसके बाद महिला ने झाड़ू पूछेगा काम बंद कर दिया और वह उस वक्त कार्रवाई नहीं कर सकी। इसी का फायदा उठाते हुए प्रधान पति के भाई ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ 24 फरवरी की रात्रि में महिला के घर का दरवाजा तोड़कर तमंचे के बल पर दिव्यांग विधवा महिला व उसकी 14 वर्षीय नाबालिक बच्ची के साथ जबरन सामूहिक दुष्कर्म किया और किसी को ना बताने की धमकी दी। जिससे महिला डर और सहम गई थी इसी का आरोपियों ने नाजायज़ फायदा उठाकर 25,26 फरवरी की रात्रि में भी महिला के घर जाकर तमंचे के बल पर तीनों आरोपियों ने लगातार दुष्कर्म किया। आपको बता दें पीड़ित महिला दिव्यांग है जिसका पति अब इस दुनिया में नहीं है दो पुत्रियां हैं और मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों का और अपना पेट पाल रही है। पूरी घटना की जानकारी महिला के देवर को हुई जो दिल्ली में रहकर मेहनत मजदूरी करता है। तब उसने अपनी भाभी को लेकर पुलिस का दरवाजा खटखटाया और थाना पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई। आरोप है पुलिस ने पीड़िता की कोई मदद नहीं की जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से पीड़िता प्रार्थना पत्र देकर मिली तब एसएसपी बदायूं ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए थे लेकिन स्थानीय पुलिस ने राजनैतिक दबाव व आरोपियों से मिलीभगत के चलते महिला की अर्जी को कबाड़ खाने में फेंक दिया। महिला आज भी न्याय की आस में दर-दर भटक रही है आरोप यह भी है दबंगों द्वारा फैसले का दबाव बनाया जा रहा है। महिला का कहना है अगर पीड़िता की सुनवाई नहीं हुई तो पूरे परिवार के साथ गांव से पलायन करने को मजबूर होगी इसकी जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन की होगी।