"डॉ. भोसले बहुत मेहनती और समर्पित डॉक्टर हैं।" मायलाब के चिकित्सा मामलों के निदेशक डॉ. गौतम वानखेड़े, वायरोलॉजिस्ट डॉ. मीनल भोसले के बारे में कहते हैं।
मायलैब के रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रमुख, डॉ. मीनल ने उस टीम का नेतृत्व किया है, जिसने छह सप्ताह के रिकॉर्ड समय में 'पाथो डिटेक्ट' - पहला 'मेड-इन-इंडिया' COVID-19 टेस्ट किट तैयार किया है।
पर यही एक अकेली चुनौती नहीं थी, जिससे डॉ. मीनल लड़ रहीं थीं। इस टेस्ट किट पर काम करते समय, डॉ. मीनल की प्रेग्नेंसी का आखिरी महीना चल रहा था और पिछले हफ्ते ही उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया है।
प्रेग्नेंसी में कुछ कॉम्पलीकेशन होने की वजह से डॉ. मीनल ने अस्पताल से छुट्टी ली थी, लेकिन इस किट पर काम कर रही टीम का नेतृत्व करने के लिए, वह फरवरी में वापस आ गयीं।
"यह एक इमरजेंसी थी, इसलिए मैंने इस चुनौती को स्वीकार किया। मैं अपने देश की सेवा करना चाहती थी," डॉ. मीनल कहतीं हैं। साथ ही, वह यह भी कहतीं हैं कि इस प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए उनकी पूरी टीम ने जी-तोड़ मेहनत की है।
18 मार्च 2020 को, अपनी बेटी को जन्म देने से ठीक एक दिन पहले डॉ. मीनल ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) में इस किट को जांच के लिए जमा किया था, जो सफल रहा।
डॉ. मीनल ने 2009 में स्वाइन फ्लू आउटब्रेक के दौरान भी एनआईवी, पुणे में स्वाइन फ्लू पर काम किया था।
आप, सभी के लिए एक प्रेरणा हैं डॉ. मीनल! आपकी इस निःस्वार्थ सेवा के लिए आपको सलाम!
*सभी के लिए एक प्रेरणा हैं डॉ. मीनल! आपकी इस निःस्वार्थ सेवा के लिए आपको सलाम!*