डॉ शैलेश पाठक  कोरोना योद्धा बनकर उतरे मैदान में

डॉ शैलेश पाठक  कोरोना योद्धा बनकर उतरे मैदान में


*रिपोर्ट मनोज गुप्ता दातागंज*


आज हम बात करते हैं उत्तर प्रदेश के जिला बदायूं के ऐसे शख्स की जिसने ना कोई पद ना कोई सत्ता और ना ही कोई उद्योगपति फिर भी बड़े-बड़े नेताओं को और उद्योगपतियों को अपनी-अपनी जनसेवा से एक ऐसी प्रेरणा दी है जो अभूतपूर्व है जी हां उनका नाम है डॉ शैलेश पाठक जो बदायूं जिले के दातागंज विधानसभा क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं इनकी मां स्वर्गीय संतोष कुमारी पाठक क्षेत्र से चार बार विधायक रही। अपनी मां के नक्शे कदम पर चलते हुए डॉक्टर पाठक ने समय-समय पर इस क्षेत्र के लिए अपनी उपयोगिता एवं जनता के प्रति अपना समर्पण कई बार सिद्ध किया है आज इस वैश्विक कोरोना महामारी के विरुद्ध भी यह शख्स बदायूं जिले में सबसे पहले कमरकस के मैदान में उतरा डॉ पाठक ने क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों की व्यथा सुनकर तत्काल स्थानीय प्रशासन से गुजारिश की कि कई लोग परेशान हैं मैं अपने स्वयं के साधनों से उनकी मदद करना चाहता हूं प्रशासन ने उनको तुरंत अनुमति दी उसके बाद शुरू हुआ जनसेवा का अभूतपूर्व सिलसिला पाठक ने बाहरी क्षेत्रों से आए लोगों को भोजन के पैकेट वितरित कराए एवं अपने कार्यकर्ताओं को प्रत्येक ब्लॉक पर ऐसे जिम्मेदारी दी जैसे कोरोना को हराना उनकी व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी हो। ब्लॉक मुख्यालय पर उनके कार्यकर्ता गांव गांव की सूची ले कर आ रहे है। लगातार क्षेत्र के लोगों से स्थानीय प्रशासन डॉक्टर बैंक कर्मचारी एवं सफाई कर्मचारी की हर संभव मदद करने का निवेदन कर रहे हैं वह लोगों को भी आगाह कर रहे हैं कि यदि उनके गांव में या उनके आसपास किसी गांव में या किसी भी व्यक्ति में कोरोना का कोई लक्ष्मण हो तत्काल उसकी जांच कराएं जिससे इस महामारी की चयन को तोड़ा जा सके डॉक्टर पाठक लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं अपने विरोधियों से भी हाथ जोड़ कर अपील कर रहे हैं कि यह समय संगठित होकर जरूरतमंदों की मदद करने का है हर संपन्न व्यक्ति अपने नजदीक के उतने व्यक्तियों की ज़िम्मेदारी ले जितनी सुलभता से पूरी कर सके। ऐसे ही बूँद  बूँद से ताल भर जाता है। जो जरूरतमंद है उनके लिए राशन या उनकी जरूरत की चीजों को अवश्य उपलब्ध कराएं क्षेत्र के लोगों से जानकारी किए जाने पर लोगों ने बताया कि शैलेश पाठक ने कदम आगे बढ़ाकर एक अभूतपूर्व मिसाल कायम की है और उनके द्वारा यह कार्य करने से कुछ अन्य संगठन के लोग भी जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए आगे आए हैं ऐसे समाजसेवी व्यक्तियों को समाज में हमेशा सम्मान मिलता है इसीलिए दातागंज क्षेत्र की जनता ने उन्हें  कोरोना योद्धा का नाम दिया है शैलेश पाठक का यह कार्य पूरे बरेली मंडल में सोशल मीडिया में एवं प्रिंट मीडिया में काफी सराहा जा रहा है उनको लोग एक जुझारू कोरोना योद्धा के तौर पर देख रहे हैं यदि हमारे प्रदेश में ऐसे योद्धा मैदान में उतर गए है तो निश्चित रूप से कोरोना अब हार के भाग जाएगा। *दातागंज से मनोज गुप्ता की रिपोर्ट*