दिल में रखते है वेसहारा का सहारा बनने की तमन्ना ... मौहम्मद आरिफ,मार्सल,भूपेंद्र बदायूँ पुलिस
*जनता को साफ जाहिर है पुलिस प्रशासन की लगन*
कुछ पुलिस कर्मी भी अपना फर्ज समझते हैं लोगो की मदद करना
बदायूँ । हमारे हिंदुस्तान देश में सभी धर्मों में सभी तरहा के लोग देखने को मिलते हैं इनलोगों में अच्छी सोच बाले अधिक तथा गंदी सोच बाले बहुत कम लोग हुआ करते हैं। यही हाल पुलिस प्रशासन में भी देखने को मिलता है। हर पुलिस कर्मी के मन में कुछ न कुछ खूबी जरूर छुपी होती है। और वह भी लोगो के बीच कुछ अच्छा कर गुजरने की हमेशा सोचते रहते है। कोरोना महामारी की बजह से पूरे ही देश में लाँकडाउन की स्थिति कायम है। लोगो की निगरानी व सहायता के लियें पुलिस प्रशासन भी दिन रात एक कर बड़ी ही जिम्मेदारी से अपनी पूरी भागीदारी निभाती हुई दिखाई दे रही है। लोगो में कोरोना महामारी का खासा भय है। साथ ही लोगो में पुलिस प्रशासन का भी खौफ दिखाई दे रहा है जिसकी वजह से अधिकांश लोग अपने अपने घरों मे ही पैक ही रहते हैं। मगर कुछ खुराफाती व कुछ धुमककड़ो की मनमानी ने पुलिस की दिक्कतें बडा दी हैं।
आज बेबाक मंच आपकी आवाज की टीम जब शहर में निकली तो तरह तरह की पुलिस फोर्स तैनात रहकर अपना अपना कार्य करती दिखाई दी सभी पुलिस कर्मी पूरी मुस्तैदी से अपनी डयूटी का फर्ज निभा रहे थे।
भ्रमण के दौरान हमारी टीम ने छोटे सरकार रोड पर तैनात पुलिस कर्मी भूपेन्द्र , मार्सल और मौहम्मद आरिफ से हुई हालचाल पूछने पर इन तीनों पुलिस कर्मियों की दिल की जुबानी ने हमारा दिल ही जीत लिया ऐसे पुलिस बालो के जज्बे को सलाम । अगर हर पुलिस बाले के बिचार ऐसे हो जायें तो फिर पुलिस पब्लिक की खूब जमेगी । पुलिस कर्मी भूपेन्द्र ने बताया कि हमारा काम किसी को किसी प्रकार का कष्ट पहुचाना नहीं है। वलकी हमारा काम तो जनता की सेवा करना है गलत को उसकी गल्ती की सजा व सही को उसका इंसाफ दिलाना ही हमारा फर्ज है। पुलिस कर्मी मौहम्मद आरिफ़ का ने बताया कि उन्होंने पुलिस फोर्स में अपनी भर्ती ही लोगो की मदद करने के वास्ते कराई है। जरूरतमंदो की मदद कर उनकी जरुरतों का समाधान करना और वेसहाराओं का सहारा बनना उनकी आदत में शुमार है। पुलिस कर्मी मार्सल ने भी बाबा भीमराव अंबेडकर और अब्दुल कलाम जैसे महान भारतवासियों के नाम को बुलंदियों पर पहुंचाने की बात कही। एक दूसरे की देखभाल व सेवा करना ही हर हिंदुस्तानी का पहला फर्ज है|ब्यूरो वशीर अहमद