*बदायूँ पुलिस का महात्मा वाला किरदार....*

*बदायूँ पुलिस का महात्मा वाला किरदार....*


कोरोना जैसे विश्वव्यापी संकट को भविष्य में इसलिए भी याद किया जाएगा कि जब किसी बीमारी से निपटने में स्वास्थ्य कर्मियों (डॉक्टर )जिन्हें दूसरा भगवान माना जाता है के बराबर भूमिका पुलिस के जवानों ने भी निभाई है .समानता पुलिस कर्मचारियों का कार्य कानून व्यवस्था को बनाए रखना होता है परंतु कोरोना संकट काल में पुलिस के लोगों ने जिस छवि को कोरोनावायरस में योद्धा के रूप में जनता के बीच प्रस्तुत किया है वह वास्तव में सराहनीय है पुलिस के जवान दिन रात एक करके  बिना भूख प्यास की चिंता  किए ,बिना अपने परिवार की चिंता   किए ,जो लॉक डाउन में किसी तरह  अपने चहेते की  एक झलक पाने के लिए  व्याकुल हैं ,अपना कर्तव्य  निर्वहन कर रहे हैं जनता के बीच कोरोना से निपटने में एक अच्छे मार्गदर्शक की भूमिका भी निभा रहे हैं जिसके कारण बदायूँ की जनता में कई बार जगह जगह  पुलिस के जवानों पर पुष्प वर्षा भी की है और उनका मान और मनोबल बढ़ाया है लॉक डाउन के  दौरान पुलिस ने कानून के साथ-साथ ऐसे कार्य भी किए जिन्हें एक उच्च तथा महान विचारों वाला व्यक्ति ही कर सकता है थाना अलापुर के इंस्पेक्टर के जी शर्मा का नेक काम देखें -जिन्होंने कैंसर से पीड़ित एक व्यक्ति रमेश को कैंसर की दवा मंगवाने के लिए किस प्रकार अपनी पत्नी की सहायता से पी जी आई लखनऊ से दवा मंगा कर  बेहद मुश्किल कार्य को आसान कर दिखाया दवा के पैसे भी उससे नहीं लिए दूसरी तरफ कई पुलिसकर्मी ऐसे भी हैं जो कस्बे में पेट्रोलिंग करते समय गरीब बा बेसहारा लोगों की मदद भी कर रहे हैं .है ना पुलिस का महात्मा  वाला किरदार....