मुस्लिम बच्चे देशहित में शिक्षा पर दें ध्यान

बस्ती : एएमयू ओल्ड ब्वाय एसोसिएशन के तत्वावधान में गुरुवार को जीआइसी के निकट स्थित एक होटल में सर सैय्यद डे पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अतिथियों ने शिक्षा के क्षेत्र में सैय्यद के योगदान पर प्रकाश डाला। कहा मुस्लिम बच्चे देशहित में शिक्षा पर ध्यान दें और देश को मजबूत बनाने में किरदार बनें।



अध्यक्षता डा. सलीम अहमद व संचालक शोएबुर्रहमान ने किया। विशिष्ट अतिथि सीडीआरआइ के पूर्व वैज्ञानिक वामिक एफ रहमान एवं केजीएमसी के प्रोफेसर डा. कौसर उस्मान ने देश की प्रगति और उन्नति के लिए मुस्लिम शिक्षा को प्रोत्साहित कर देश की मुख्यधारा से जोड़ने की बात कही। डा. सलीम ने आधुनिक शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। मुख्य अतिथि लखनऊ विश्वविद्यालय के पालीटेक्निक साइंस के पूर्व विभागाध्यक्ष डा. रमेश दीक्षित ने कहा 200 साल में दूसरा सर सैय्यद मुस्लिम समुदाय में पैदा नहीं हुआ। केके त्रिपाठी एवं संतकबीरनगर के जिला परिषद सदस्य मो. अहमद ने शिक्षा पर जोर दिया। यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आइसीएसई बोर्ड में हाईस्कूल में प्रथम आने वाले मेधावियों नूपुर सिंह, रितिका राज, हना आसिम, सांथ्रा सांतू को सर सैय्यद एक्सलेंसी अवार्ड से सम्मानित किया गया। एएमयू के पूर्व उपाध्यक्ष पूर्व विधायक अफसर यू अहमद को जागरूक छात्र होने के लिए मुख्य संस्थापक डा. मो. इकबाल द्वारा सम्मानित किया गया। न्यू इकरा पब्लिक स्कूल रहमतगंज में सर सैय्यद डे केक काटकर मनाया गया। प्रबंधक डा. अजीज आलम ने कहा कि सर सैयद अहमद खान 17 अक्टूबर 1817 को दिल्ली के एक प्रतिष्ठित सादात (सैयद) परिवार में पैदा हुए। बचपन से ही वे प्रतिभाशाली और गंभीर स्वभाव के थे।