क्या आप भी ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं तो हो जाएँ सावधान!

क्या आप भी ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं तो हो जाएँ सावधान! सोशल मीडिया या अखबारों में आप लोगों ने कई बार ऑनलाइन खरीदारी में ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी के मामले देखे या सुने होंगे । एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है । मामला इस प्रकार है, उत्तर प्रदेश के ग्राम-पखेरी,जिला-बस्ती के रहने वाले शिक्षक ने ऑनलाइन सामान बेचने वाली कंपनी अमेजॉन (Amazon) से एक पंखा ऑनलाइन मंगवाया था । जिसकी कीमत का अग्रिम भुगतान कर दिया गया था । लेकिन जब कूरियर वाले डिलीवरी बॉय सामान लेकर शिक्षक के घर आए तो वह कंपनी के पैकिंग में ना होकर एक साधारण गत्ते में लपेटा गया था । जिसे शिक्षक शिवा चौधरी ने लेने से इनकार कर दिया । इसकी वजह यह भी थी कि कोई भी ऑनलाइन सामान बेचने वाली कंपनी ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचने के लिए विशेष रुप से इस बात पर ध्यान देने की सलाह देती है कि सामान की डिलीवरी लेते समय कम्पनी का पैकिंग अवश्य देख लें अगर पैकिंग फटा हो या खुला हो तो उसे ना लें क्योंकि इससे ग्राहक को कंपनी द्वारा भेजे गए सही सामान ना मिलकर नकली सामान दिया जा सकता है और ग्राहक धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं इसलिए हमेशा कंपनी के द्वारा पैकिंग की हुई और पूरी तरह से सील बंद सामान ही स्वीकार करें । शिवा चौधरी ने भी इसी बात के मद्देनजर सामान लेने से इनकार कर दिया लेकिन आश्चर्य तब हुआ जब ग्राहक के मोबाइल पर मैसेज आया कि आपके सामान के डिलीवरी हो चुकी है यह मैसेज देखकर ग्राहक ने कंपनी से संपर्क किया जिस पर कंपनी का जवाब भी यही मिला कि आप के सामान की डिलीवरी हो चुकी है, लेकिन जब ग्राहक ने कंपनी को बताया कि मैंने समान नहीं ली है और खुले होने की वजह से वापस कर दी है और आपने डिलीवरी हो गई, यह कैसे दिखाया, न तो हमारे पास कोई ओटीपी आया है न आपका कोई मेल मैंने वेरीफाई किया और न ही ऐप के माध्यम से मेरे द्वारा इसकी पुष्टि की गई है । सूचना अनुसार ग्राहक के पास सत्यापन के लिए ओटीपी,ईमेल,या कंपनी के एप पर ऐसी कोई सूचना नहीं भेजी गई थी और ना ही कोरियर के डिलीवरी बॉय द्वारा किसी रसीद पर ग्राहक के हस्ताक्षर लिए गए । जब कम्पनी के ग्राहक सेवा केन्द्र से बात कर रहे कर्मचारी से इस सम्बन्ध में समस्या का निराकरण न होने पर उपभोक्ता अदालत में कम्पनी के विरुद्ध वाद दायर कर कम्पनी की कार्यप्रणाली को सार्वजनिक करने की बात कही गयी तो अमेजॉन कंपनी के तरफ से बात करने वाले कर्मचारी और कोरियर वाले अपने बचाव में एक-दूसरे पर दोषारोपण करने लगे पर जब ग्राहक सख्ती से पेश आया तब कंपनी से यह आश्वासन मिला है कि आगामी 9 तारीख तक ग्राहक को उनका समान सुरक्षित तरीके से पहुंचा दिया जाएगा या फिर ग्राहक के पैसे वापस कर दिए जाएँगे । यदि एक शिक्षक जैसे जागरूक ग्राहक के साथ अमेजन (Amazon) जैसी कम्पनी ऐसा व्यव्हार कर सकती है तो एक कम पढ़े-लिखे अपेक्षाकृत कम जागरूक आम जनता के साथ ये कम्पनी वाले और कोरियर वाले कैसा व्यवहार या धोखाधड़ी करते होंगे ?