VSMM पब्लिसर्श,चलता चल एंव संभालना सीख ऑनलाइन पटल पर सुंदर काव्यपाठ का हुआ आयोजन

वीएस एमएम पब्लिशर्स एवं चलता चल एवं संभालना सीख ऑनलाइन पटल पर एक सुंदर काव्यपाठ का आयोजन किया गया,वीएस एमएम पब्लिशर्स एवं चलता चल एवं संभालना सीख ऑनलाइन पटल पर एक सुंदर काव्यपाठ का आयोजन किया गया जिसका संचालन इंजी विपुल माहेश्वरी अनुरागी ने किया । अनेको कवि गण एवं कवयित्रियों ने जिसमे अनेको राज्यो एवं शहरों से इस आयोजन में भाग लिया। डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने काव्यपाठ प्रारंभ करते हुए कहा -"कभी कभी अकेले में बैठ कर गुनगुना लेती हूं । कोई नहीं मिलता हमदर्द तो खुद से ही बतिया लेती हूँ।" इंजी विपुल माहेश्वरी अनुरागी ने कहा-"आशाओं को जिंदा रखूं ऐसा ह्रदय कहां से लाऊ मै "पढ़ा शाम्भवी ने कहा-"चौपड़ के लालच में रश्मि लता ने तेरे ख्वाबों में आऊंगी तेरे सपनों में आऊंगी "बहुत उम्दा पढ़ा हरेंद्र सिन्हा ने कुछ यूं कहा "शहर की जिंदगी ने मार डाला इस गरीब को "विकास रोहिल्ला ने पढ़ा -"मेरी तुझ संग प्रीत लगी "मनोज मधुकर ने कुछ यूं पढ़ा-" बहुत बढ़िया फिर अपनी किस्मत पर हम रोये" आलोक कुमार यादव ने पढ़ा -"क्या सुंदर अपना गांव लिखूं स्वागत है स्वागत है " "सर पर बाप का साया हो तो कहीं पर भी डर नहीं लगता "सोनू सैनी ने पढ़ा . रेखा चौरसिया ने "अयोध्या हैं हनुमान हैं पर अपनी रचना पढ़ी "पायल बेदी ने पढ़ा - "प्रेम अंतर्मन को छूने की एक अदा है"।