रोजा रखे इवादत करें और लाँकडाउन का पालन करें

रोजा रखे इवादत करें और लाँकडाउन का पालन करें



अडोसी पडोसी की मदद करना सबका फर्ज



बदायूँ । रमजान शरीफ का मुबारक महीना बडी ही रहमतों और बरकतो का महीना माना गया है। इस मुबारक माह में रोज़ा रखकर अल्लाह की जितनी भी इवादत की जाये और गरीब मजबूर लोगो की जितनी भी मदद की जाये कम है। और इसके करने का सबाब भी वेशुमार मिलता है। 
दोनो जहाँ के मालिक पाक परबरदिगार अल्लाह तआला ने हर वालिग मुसलमान पर रमज़ान शरीफ  के रोजे रखना फर्ज किये हैं । साथ ही  जकात व फितरा के पैसों से  लोगो  की मदद करना हर मुसलमान पर फर्ज किया  है।  अफज़ल अज़ीज़ खाँन पत्रकार की रमज़ान मुबारक माह के फर्जो पर लोगो से खास गुफ्तगू ।
हाजी रिज़वान गनी कुरैशी ने रुबरु होते हुये बताया कि रमज़ान मुबारक महीना बहुत ही बड़ी रहमतों और बरकतो का महीना है। इस मुबारक महीने की इबादतें भी और महीनों की इबादतो से अफज़ल इबादत हैं। मगर बहुत अफसोस है कि इस साल कोरोना महामारी के चलते लाँकडाउन की स्थिति में मस्जिदें बंद होने की वजह से लोगो को  रोजे रखकर अपने अपने घरों मे ही रहकर  रमज़ान मुबारक माह की इबादते करना पड़ रही हैं। 
श्री कुरैशी ने बताया कि लाँकडाउन की वजह से रमज़ान मुबारक माह की इबादतो में वह मज़ा नहीं है जो होना चाहिए था बड़ा अफसोस है कि मस्जिदें बंद होने की वजह से  पहली बार रमजान शरीफ के मुबारक महीने में नमाज़े तराहबी और नमाज़े जुमाँ जमात जमाअत के साथ अदा करने को नहीं मिल रही हैं। जिसका मलाल हमेशा रहेगा।
हाजी मौहम्मद शब्बीर सैफी ने रुबरु होते हुये अपने दिल की किताब ही खोल दी  बताया कोरोना वायरस बहुत मूंजी बीमारी है। इस बीमारी से बचाव के लियें जगह जगह लाँकडाउन की पाबंदी की गई है। प्रशासन के आदेशों का पालन करते हुये  लोग अपने अपने घरों में पैक है । लोग घरों में रहकर ही अपने अपने मालिकों की इबादतें कर रहे है साथ ही हर जुवां पर बस यही दुआ है कि या अल्लाह तआला हर इंसान को इस मूंजी मर्ज से बचाये ।
श्री सैफी ने कहा कि लाँकडाउन के चलते लोगो को तरह तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । हम सब लोगो का फर्ज बनता है कि लोगो की परेशानियों को दूर करने के लियें जहां तक हो सके वहां तक दिलखोल कर मदद करें। आपकी मदद से किसी की जिंदगी सबर सकती है।