*डॉ शैलेश पाठक ने मुख्यमंत्री से की किसान हित की मांग।*रिपोर्ट मनोज गुप्ता*

डॉ शैलेश पाठक ने मुख्यमंत्री से की किसान हित की मांग।


*रिपोर्ट मनोज गुप्ता*


कई दिनो वाली दिनचर्या का पालन करते हुए आज भी डॉ शैलेश पाठक ने लॉक डॉन के दौरान अभावग्रस्त लोगों में राहत सामग्री बाँटी। डॉ शैलेश पाठक ने माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश एवं जिला अधिकारी बदायूं को पत्र भेजकर यह निवेदन किया है की राहत सामग्री बांटने के दौरान उन्होंने देखा की हमारा अन्नदाता किसान इस समय भयंकर त्रासदी से गुजर रहा है एक तरफ जहां कोरोना का खतरा घर के अंदर रहने के लिए मजबूर कर रहा है वही गरीबी की स्थिति उसे परेशान कर रही है ऐसे में किसान गेहूं के सेंटर तक अपना अनाज पहुंचाने में असमर्थ है अतः जनहित में हम यह मांग करते हैं कि किसान के गेहूं की खरीद उसके गांव में जाकर की जाए ऐसा करने से क्षेत्र का गरीब किसान जहां कोरोना संक्रमित होने से भी बचेगा वही गेहूं के सेंटर पर लगने वाली लंबी लाइन भी आसानी से नियंत्रण में हो जाएगी/उन्होंने क्षेत्र की जनता को धैर्य रखने,जागरुक रहने और वक दूसरे का साथ देने के लिए आभार जताया।उन्होंने कहा इन विपरीत परिस्थितियों में देश ने जो संगठन दिखाया है निश्चित रूप से पूरे विश्व के लिए एक संदेश है कि विभिन्नता वाली हमारी संस्कृति में कैसे कठिन समय में सभी एकजुट होके एक साथ अपने देश के लिए खड़े है।डॉक्टर पाठक ने कहा की प्रथम लॉक डाउन के दौरान जिस प्रकार से आपसी तालमेल से हम लोगों ने कार्य किया है उसी प्रकार से द्वितीय लॉक डाउन जो कि आज से शुरू हो गया है,के दौरान भी हम सब सभी नियमो का पालन करते हुए इस मुश्किल घड़ी को बितायेंगे।प्राथमिकता से सभी लोग निश्चित दूरी बनाकर कार्य करें एवं मास्क लगाकर ही बाहर निकले।कोरोना से बचने के लिए हम सभी लोगों को सावधानी बरतनी बहुत आवश्यक है।ऐसे समय पर संयम बनाए रखना है?ऐसे लोग जो अपने घर में बैठे हुए हैं जिनके पास प्रभु कृपा से पर्याप्त साधन है उन्हें ऐसे लोगों का विशेष ध्यान रखना है जिनके घर नहीं है,जिनके पास खाने के लिए भोजन नहीं है,जो रोज कमाते हैं और रोज खाते है। द्वितीय लाख डाउन लंबे समय के लिए किया गया है इसलिए जरूरतमंदों की मदद के लिए एक निश्चित योजना बनाकर,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही कार्य करना है। व्यक्ति के रिश्ते मुश्किलों में और दूरियों में ही परखे जाते है,इस लॉक डाउन के समय में मेरा हर संभव प्रयास होगा कि मैं हर पल आपकी ज़रूरतों को पूरा करता रहूँ एवं आप सदैव मुझे अपने साथ समझे। जिस लायक़ भी हूँ आपकी सेवा में हर पल तत्पर हूँ। इस लॉक डाउन को हम सब मिलके एक दूसरे की मदद करते हुए गुज़ारेंगे।बार बार जो कहता रहा हूँ उसे एक बार फिर दोहराता हूँ कि प्रसाशनिक अधिकारियों,डॉक्टरो,सफ़ाई कर्मचारियों का विशेष ध्यान रखिये क्यूँकि आज वो है तो हम है।सभी धर्म स्थल बंद है पर सभी अस्पताल खुले है।इस परीक्षा की घड़ी को हम आप मिल के काटेंगे उसी सोच के साथ कि 
"किसी का हाथ पकड़ना नही है,
पर किसी का साथ छोड़ना नही है"
*दातागंज से मनोज गुप्ता की रिपोर्ट*