चीन बार बार कोरोना पर लापरवाही बरतने की बात से इनकार कर रहा है. लेकिन इस किताब में वुहान में चीन के एक-एक पाप का जिक्र है

चीन बार बार कोरोना पर लापरवाही बरतने की बात से इनकार कर रहा है. लेकिन इस किताब में वुहान में चीन के एक-एक पाप का जिक्र है.
नई दिल्ली: पिछले 5 महीनों के दौरान चीन (China) की गलतियों की लिस्ट काफी लंबी हो गई है. गलती वुहान (Wuhan) की लैब में हुई हो या वुहान में कोरोना (Coronavirus) संक्रमित लोगों के इलाज में, खुलासा चीन की ही एक लेखिका फेंग फेंग (Feng Feng) ने अपनी किताब के जरिए किया है. एक ऐसी किताब जिसने दुनिया भर में कोरोना फैलाने वाले चीन के होश उड़ा दिए हैं.


चीन बार बार कोरोना पर लापरवाही बरतने की बात से इनकार कर रहा है. लेकिन इस किताब में वुहान में चीन के एक-एक पाप का जिक्र है और ये तो दुनिया जानती ही है कि चीन में सच बोलने वालों के लिए एक ही सजा है. लिहाजा चीन में अब वुहान डायरी (Wuhan Diary) लिखने वाली राइटर को जान से मारने की धमकी दी जा रही है. 


वुहान एक ऐसा शहर है जिसने पूरी दुनिया को कोरोना का जख्म दिया है. लेकिन दुनिया की तबाही के लिए वुहान शहर नहीं ब​ल्कि चीन की सरकार जिम्मेदार है. अब वुहान शहर में फैले कोरोना की सही तस्वीर एक किताब के जरिए दुनिया के सामने आने वाली है. जिसके बाद चीन तिलमिला गया है.


लेखन का सर्वोच्च सम्मान मिला है 64 साल की फेंग फेंग को।।
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जिन्हें  लेखन के लिए चीन का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया गया था आज उनको जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. फेंग फेंग का जुर्म है कि उन्होंने वुहान में कोरोना फैलने की पूरी कहानी और चीन की सरकार के सारे पाप एक किताब में पिरो दिए हैं ।वुहान डायरी नाम की ये किताब अब छपने वाली है. जो दुनिया को चीन के सारे गुनाहों क बारे में बता देगी ।


वुहान डायरी से खुलेंगे चीन के पाप?
- चीन की लेखिका फेंग फेंग ने लिखी वुहान डायरी 
- वुहान डायरी में लॉकडाउन के घटनाक्रम का जिक्र 
- किताब के विदेशों में पहुंचने से चीन हुआ नाराज 
- फेंग फेंग को जान से मारने की धमकी मिल रही हैं 
- चीन के लोगों ने फेंग पर देश को शर्मसार करने का आरोप लगाया



कहां से शुरू हुआ यह बवाल ?
वुहान में 23 जनवरी से 8 अप्रैल तक बेहद सख्त लॉकडाउन लगाया गया था. इसी दौरान फेंग ने वुहान डायरी की शुरुआत की. फेंग जब तक रोजमर्रा की और हल्की बातों का जिक्र कर रहीं थीं, तब तक सब ठीक था. जैसे ही उन्होंने सरकारी बदइंतजामी बताई, बवाल शुरू हो गया. 


फेंग ने अपनी किताब में बताया  
- वुहान के अस्पतालों में जगह नहीं बची  
- मरीजों को अस्पताल से भगा दिया गया   
- अस्पतालों में मास्क और उपकरणों की कमी थी 
- इंसानों से इंसान में कोरोना फैलने की बात को अनदेखा किया गया 


अमेरिकी पब्लिशर कंपनी हार्पर कॉलिन्स वुहान डायरी को किताब की शक्ल दे रही है. जून तक वुहान डायरी बाजार में आ आएगी.