*अखण्ड भारत के निर्माता थे चंद्रगुप्त मौर्य टिंकू शाक्य*

*अखण्ड भारत के निर्माता थे चंद्रगुप्त मौर्य टिंकू शाक्य*
आज नगर बिल्सी में जिला पंचायत सदस्य ममता शाक्य के प्रतिनिधि चंद्रशेखर उर्फ टिंकू शाक्य ने अपने आवास पर सम्राट अशोक महान एवं प्रथम चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य की संयुक्त जयंती मनाई गयी। शाक्य ने   सर्वप्रथम दोनों महापुरुषों की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।और बताया कि  340 ई. पूर्व पाटलिपुत्र विहार  में एक ऐसे महापुरुष का जन्म हुआ जिनका नाम बालक चन्द्रगुप्त मौर्य पड़ा। इनकी माता मुरा जी और पिता सूर्यगुप्त थे। वे बचपन से ही ऐसे होनहार और तीव्र व प्रखर बुद्धि के थे। चंद्रगुप्त मौर्य की  पिता की  मृत्यु  उनके बचपन से ही पहले हो चुकी थी  इसके पश्चात  चंद्रगुप्त मौर्य की मुलाकात  महान आचार्य  चाणक्य से हुई  जिसके बाद  मौर्य का पूरा जीवन पूरी तरह बदल गया  लोग कहते हैं। जो जीता वही सिकंदर लेकिन सिकंदर व छोटे छोटे राजाओं को हराकर आचार्य चाणक्य के मार्गदर्शन व निर्देशन में इस खंडित जंबूद्वीप के बड़े भू-भाग पर एक एकीकृत विशाल साम्राज्य की नीव रखी जो कालांतर में मौर्य साम्राज्य (Mauryan Empire) के नाम से विश्व में प्रसिद्ध हुआ अंतर,चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के पोते सम्राट अशोक के बाद कोई दूसरा सम्राट पूरे विश्व में दूसरा कोई नही हुआ है
 और न भविष्य में कोई होगा। इनकी वीरता व साहसिक कार्यों का वर्णन करना सूर्य को रोशनी दिखाने जैसा है। चंद्रगुप्त मौर्य को राष्ट्र का महानायक भारतीय इतिहास का प्रथम ऐतिहासिक राजनैतिक आर्थिक सैन्य शिल्पी भौगोलिक सीमा का शिल्पकार भारतवर्ष का पितामह दुनिया का महानतम प्रथम चक्रवर्ती सम्राट के नाम से जाना जाता है।यह जयन्ती सोशल डिस्टेंस व सरकारी नियमों का पालन करते हुए मनाई गई।बर्तमान में कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए सभी को अपने अपने घरों पर रहने व एक दूसरे से दूरी बनाये रखने को कहा।ईस मोके पर छत्रपाल कश्यप ऋतु शाक्य मौजूद रहीं।