आनलाइन बैठक में बनी महाराणा प्रताप जयंती कार्यक्रम की योजना।

आनलाइन बैठक में बनी महाराणा प्रताप जयंती कार्यक्रम की योजना।


जनपद के पचास हजार परिवारों मेंं जयंती कार्यक्रम का लक्ष्य।


पदाधिकारियों को ब्लाकवार व तहसीलवार सौपी जिम्मेदारी।


महाराणा प्रताप जयंती कार्यक्रम की कार्ययोजना तैयार करने हेतु महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट एवं क्षत्रिय महासभा बदायूं की एक आनलाइन बैठक आयोजित की गई।


बैठक में सभी ब्लाक अध्यक्ष, तहसील अध्यक्ष, सभी प्रकोष्ठों के जिला अध्यक्ष, क्षत्रिय महासभा बदायूं के सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, जनपद में निवास कर रहे मन्डल व प्रदेश के पदाधिकारी, मार्ग दर्शक मन्डल एवं संरक्षक मंडल के सदस्यों ने भागीदारी की।


वर्तमान वैश्विक आपदा के दृष्टिगत किसी घरों में ही महाराणा प्रताप जयंती मनाने की योजना बनाई गई। जनपद के पचास हजार परिवारों में जयंती के कार्यक्रम आयोजित कराने का लक्ष्य तय किया गया है।लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रत्येक ब्लाक एवं तहसील स्तर पर पांच पांच प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। प्रभारियों का यह दायित्व है कि वे अपने ब्लाक और तहसील में नियमित सम्वाद करके यह प्रयास करें कि हर घर में महाराणा प्रताप की जयंती मनाई जावे।


नौ मई को दिन में ग्यारह बजे महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण/पुष्पार्चन किया जायेगा। सायंकाल सात बजे हर घर में दरवाजे पर पांच दीपक जलाकर महाराणा प्रताप के प्रति आस्था प्रदर्शित की जाएगी।


नौ मई को ही महाराणा प्रताप के जीवन दर्शन पर आधारित चित्र प्रतियोगिता व निबंध प्रतियोगिता के परिणाम भी घोषित किए जायेंगे।


स्थिति सामान्य होने पर समारोह का आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रतिवर्ष की भांति भामाशाह सम्मान, हाकिम खान सूरी सम्मान व प्रतिभाशाली छात्र छात्राओं, चित्र प्रतियोगिता व निबंध प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा।


इस वर्ष महाराणा प्रताप के जीवन दर्शन पर आधारित एक काव्य संग्रह भी प्रकाशित किया जा रहा है।अब तक देश के आधे से अधिक राज्यों के ख्यातिलब्ध साहित्यकारों की रचनाओं को काव्य संग्रह में स्थान दिया जाएगा। काव्य संग्रह का विमोचन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के करकमलों द्वारा कराया जायेगा।


प्रतिदिन सायं पांच बजे आनलाइन समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी।


आनलाइन बैठक में प्रमुख रूप से हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट, डॉ सुशील कुमार सिंह, डॉ शैलेन्द्र कुमार सिंह, विजय पाल सिंह, मुनीश कुमार सिंह, राकेश सिंह, शिशुपाल सिंह, गोपाली सिंह, गिरीश पाल सिंह, वेदपाल सिंह कठेरिया, धर्म वीर सिंह एडवोकेट, दिनेश सिंह एडवोकेट, अखिलेश सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह, राजपाल सिंह,आर्येन्द्र पाल सिंह, सुखवीर सिंह भदौरिया, विजय रतन सिंह, रतन वीर सिंह, अवधेश सिंह,भानुप्रताप सिंह, विपिन कुमार सिंह, अवनीश कुमार सिंह, राजीव कुमार सिंह, डाल भगवान सिंह,धीरज पाल सिंह राणा, देवी सिंह देवड़ा आदि उपस्थित रहे।