*शराब बिक्री जल्दबाजी में लिया गया फैसला: अली अल्वी*

*शराब बिक्री जल्दबाजी में लिया गया फैसला: अली अल्वी*
शराब बिक्री की इजाजत का असर सोमवार से ही पूरे देश में देखने को मिला। ऐसी दुकानों पर काफी भीड़ देखी गई, जो कि सोशल डिस्टेंसिंग का उलंघन है। सरकार के इस कदम की ज्यादातर लोगों ने मुखालफत की है।
युवा सपा नेता अली अल्वी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और कहा, "यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला लगता है। इतनी जरूरी चीज तो नहीं थी कि इसके बगैर काम नहीं चल सकता था। सबसे बड़ा नुकसान सोशल डिस्टेंसिंग के मोर्चे पर हुआ है। सोमवार की सुबह से देश भर में शराब दुकानों पर बड़ी लंबी लाइन लगी हुई देखी गई। ऐसी हालत में आगे भी क्या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सकेगा? जबकि कोरोना से बचने का सबसे कारगर तरीका सोशल डिस्टेंसिंग को ही माना जा रहा है। तो जब वो ही खराब हो रहा है सरकार के इस कदम से तो फिर कैसे हम कोरोना से जंग जीत जाएंगे?
सरकार राजस्व की दुहाई दे रही है अगर खोलना था तो खाने की दुकान खोलते तो कम से कम इंसान पेट भर कर खाना तो खा पाता। दारू पी भी ली तो उससे क्या होने वाला है? यह फायदे की चीज नहीं , यह शौक की चीज है। रेवेन्यू के लिए सरकार और भी तरीके ढूंढ सकती है।मेरा सरकार को सुझाव है लाॅक डाउन खत्म होने तक शराब की बिक्री पर पूर्णतः रोक लगाई जाए।